Ahmad Rizvi

जम्मू और कश्मीर का विभाजन और उसके लाभ: 8

1.जम्मू और कश्मीर राज्य को दो भागो मे विभाजित करके मुस्लिम आबादी को जनसंखकीय/demographic बदलाव का प्रयास सफल होता दिख रहा है।राज्य मे होने वाली समस्त नियुक्तियों मे केन्द्र का सीधा हस्तक्षेप और नियुक्तियों को सम्पूर्ण भारत से भर्ती करना होगा 3.धारा 35 A को समाप्त करके राज्य मे शरणार्थी को नागरिकता प्रदान करना। 4.राज्य मे डेमोग्राफिक बदलाव के लिए कश्मीरी पंडितो जो उनका हक़ है बसाने के साथ सेवानिव्रत/रिटायर्ड फौजी को बसाना। 5.अब तक जो कानून parliament मे निर्मित किए जाते थे उसमे विशेषकर ये प्रावधान होता था कि जम्मू और कश्मीर को छोडकर समस्त भारत मे लागू होगा जो अब जम्मू और कश्मीर मे भी सम्मिलित है और होगा 6.राज्य मे princely स्टेट से लेकर 1947 तक जम्मू और कश्मीर का अलग झण्डा था जम्मू और कश्मीर के विलय के बाद राज्य मे दो झंडे सम्मिलित थे एक union of india का दूसरे जम्मू और कश्मीर के राज्य का,5 अगस्त 2019 से जम्मू और कश्मीर के विभाजन के साथ जम्मू और कश्मीर का झण्डा समाप्त हो गया। 7.राज्य की लोकतन्त्र के द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री की शक्ति को समाप्त करने के लिए व केन्द्र के सीधे हस्तक्षेप के लिए राज्य को यूनियन territory बनाना। 8. राज्य की सम्पूर्ण पुलिस ढांचे को मुख्यमंत्री के नियंत्रण से खत्म करके, केन्द्र के नियंत्रण मे लेना।,जो अब लिया जा चुका है। 9.राज्य मे लागू रणवीर दण्ड संहिता को समाप्त करते हुए अंग्रेज़ो के द्वारा निर्मित इंडियन पेनल कोड को लागू करना। 10. राज्य के संसाधनो को राज्य पर इस्तेमाल की बजाय केन्द्र के उपयोग मे लाना। अब तक जो लाभ की गिनती हमने की है उसे प्रस्तुत कर दिया, अन्य लाभ भी हो सकते है जो हमारी नॉलेज मे न आया हो उसे कमेंट मे बताने का कष्ट करे। जय हिन्द। जय भारत।

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