Posts

Showing posts from December, 2022

Ahmad Rizvi

झूठा प्रचार

Image
दुनिया भर मे प्रचार और झूठा प्रचार होता रहता है । इस झूठे प्रचार के नकारात्मक (मनफी) प्रभाव से इंसान का बड़ा नुकसान होता रहा है । अक्सर आपने सुना होगा कि एक समुदाय (तबका) अपने नबीयों के बारे मे सच को न जानते हुए झूठा प्रचार करना शुरू कर देते है । इसी तरह हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैह व आले वसल्लम के खिलाफ जादूगर होने का प्रचार किया गया । आज के दौर की तरह उस समय संचार के माध्यम (means of communication) इतने तेज़ नहीं थे इसके बावजूद मौखिक (ज़बानी) प्रचार के द्वारा एक दूसरे तक बात फैलाते थे उस बात की सच्चाई को जाने बिना या तसदीक किए बिना सच मान लेते थे । अब अल्लाह सुभान व तआला के नबी मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैह व आले वसल्लम के जानशीन अमीर-उल –मोमीनीन के बारे मे जो प्रचार किया गया उसको देखे “ जब हज़रत अली इब्ने हज़रत अबू तालिब पर नमाज़ मे सजदे के दौरान सर पर ज़हर बूझी हुई तलवार से अब्दुर रहमान इब्ने मुलजिम के द्वारा हमला किया और उस ज़ख्म के दौरान हुई शहादत की खबर जब शाम आज का सीरिया मुल्क के लोगों (अवाम ) तक पहुंची तो लोग हैरान होकर पूछते थे कि

जमादिल आखिर /JAMADIL AKHIR

*AMAAL OF MAHE J.AKHAR* *SAYYAD IBNE TAOOS*ne nakl kiya hy k iss maah me jis waqt bhi chahe 4rakat nmz... 2-2 rakt kr k baja laye k *Pehli 2 rakt* 1 rakt me *SURA E AL HUMD*k baad Ek martaba *AYTAL KURSI* N 25 martaba *SURA E QADR* 2nd rakt me *SURA E AL HUMD*k baad 1 martaba *SURA E TAKASUR* n 25 martaba *SURA E TAUHID* *DUSARI 2 rakat* 1st rakt me *SURA E AL HAMD*k baad 25 martaba *SURA E KAFIROON* n *SURA E FALAQ* 2nd rakat me *SURA E AL HAMD* k baad 1 martaba *SURA E NASR* n 25 martaba *SURA E NAAS* *TASBHIH E ZAHRA S .A* Fir 70 tymz *SUBHAANALLAHE WAL HUMDOLILLAHE WALA ILAAH ILALLAHO WALLAHO AKBAR* 70 tymz *SALWAAT* 3 tymz ALLAHUM'MAGFIR LIL MOMEMEEN WAL MOMEMAANT* Fir sajade me jaa kr 3 tymz YA HAYYO YA QAYYUMO YA ZAL JALALE WAL IKRAAME YA ALLAHO YA RAHMAANO YA RAHEEMO YA ARHAMAR RAHEMEEN* Iss k baad khuda se apni hajat talab kre .... Jo shakhs bhi ye amaal kre ..HAQ TA'ALA aainda saal tak uss ko uss k maal uss k ahele khandaan aur uss ki aulaad ko

मुस्लिम हुक़्मरान

बाते क़ुरान और हदीस की करते हैं दुनिया के तमाम मुस्लिम हुक़्मरान मगर सूद के कारोबार मे सहयोगी है ये हुक़्मरान पसंद आता है इनको भी शैतानी निज़ाम करते है समर्थन इबलीस का अक़्वामे मुततहिदा मे हर इबलीस के दफ़्तर मे इनका भी हिस्सा है मगर बात करने को मजबूर है निज़ामे मुस्तफा का पसंद इनको हर फ़ेल है इबलीस का डर इनको हमेशा रहता है खसारा वोट का बाते सूद के खिलाफ की मगर दिलचस्पी एफ़.डी. के interest मे भी

जजो की फ़टकार

जजो को पुलिस अधिकारीयो व पुलिसकर्मी को फ़टकार लगाते सैकड़ों बार देखा गया है कभी किसी पुलिस अधिकारी पर सख्त action लेते नही दिखा जबकि पुलिस अधिकारी व कर्मी कानून के जानकार है और उनके द्वारा किया गया कार्य सिर्फ़ और सिर्फ़ निजि लाभ के लिये या सत्ता के द्वारा promotion की लालच मे किया जाता है कानून के साथ खेले जाने वाले अपराध के लिये सिर्फ़ और सिर्फ़ फ़टकार और लगातार फ़टकार न्याय के साथ मज़ाक है और अपराध पर सज़ा देने के बजाय उसको फ़टकार देना उसको अपराध को करने के लिये प्रोत्साहन देना है और जनता के गुस्से रोष को ठंडा करने का प्रयास है और न्यायालय की गरिमा को बढ़ाना है|