
सन 1947 मे अंग्रेजों के द्वारा indian partition act 1947 को ब्रिटिश संसद
मे पारित किया गया, बटवारा दो देशों इंडिया और पाकिस्तान मे किया गया। यह बटवारा
ब्रिटिश इंडिया जो कब्जा ब्रिटेन का था, बटवारा भी उन इलाकों का किया गया जहाँ पर
मुस्लिम बहुल के साथ अलग होने के लिए वोटिंग कराई गई थी।देशी
रियासते:- भारत मे आजादी से पहले व आजादी के बाद
देशी रियासते थी, देशी रियासते वह रियायतें थी जिन्हें राजाओ,
बादशाहो ,नवाबो, निजामो द्वारा शासित किया जाता था, देशी
रियासत जिन पर अंग्रेजो की अधीनता नही थी उस पर सवाल उठने लगे कि
उनका क्या होगा, इस पर अंग्रेजो़ ने देशी रियासत के लिये 3 प्रकार
के प्राविधान किये :1. देशी रियासत आजाद बनी रहना चाहे
आजाद बनी रह सकती है। 2. भारत मे मिलना चाहे तो भारत मे मिल
सकती है। 3. पाकिस्तान मे मिलना चाहे तो पाकिस्तान में
मिल सकती है। पाकिस्तान का बटवारा ब्रिटिश इंडिया व देशी
रियासत के सम्पूर्ण मुसलमानों के लिए नहीं हुआ था, यह बटवारा
क्षेत्रीय मुस्लिम बहुल इलाकों के लिए था, आजाद
भारत मे देशी रियासत जिसमे हिन्दू ,मुस्लिम व अन्य थे
भारत मे मिलने के समय यह निर्धारित नहीं किया गया
था कि उनकी हिन्दू प्रजा या मुस्लिम प्रजा को बिना
स्वीकार किए मिलाएंगे, इस प्रकार ब्रिटिश इंडिया के मुस्लिम,
देशी रियासत के मुस्लिम इंडिया के नागरिक हुए,
देशी रियासत के merge के साथ ही इंडिया Union Of India हो गया,
मुस्लिम पर सवाल उठाने वाले या तो अञानी/जाहिल है या जानबूझकर
मुस्लिमो को दिमाग़ी परेशान करने के लिए करते है
ताकि रोजगार के मसले व अन्य मसलो को उठाने से रोका जा
सके।
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