Ahmad Rizvi

Indian judicary and muslim

इतिहास जस्टिस चंद्रचूड़ को कैसे याद करेगा, यह उन्होंने ख़ुद तय कर दिया है भारत के इतिहास में यह दर्ज किया जाएगा कि भारतीय धर्मनिरपेक्षता की इमारत जब गिराई जा रही थी, हमारे कई न्यायाधीशों ने उसकी नींव खोदने का काम किया. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ का नाम सुर्ख़ियों में होगा. खबर है कि जब बाबरी मस्जिद की ज़मीन की मिल्कियत तय करने के मामले में कोई रास्ता नहीं निकल रहा था तब देश के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ अपने ईश्वर के सामने करबद्ध बैठे और कहा कि अब तुम्हीं राह दिखलाओ. यह चंद्रचूड़ साहब ने अपने गांववालों को बतलाया. मतलब यह कि जो फ़ैसला न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ और उनके बिरादर न्यायमूर्तियों ने दिया, वह उनका नहीं था, ईश्वर ने लिखवाया था. लेकिन यह कहकर एक तरह से चंद्रचूड़ साहब ने यह स्वीकार कर लिया कि निर्णय उनका लिखा हुआ था जिस पर बाक़ी 4 बिरादर न्यायमूर्ति राज़ी हो गए. उनके इस वक्तव्य से इस प्रश्न का उत्तर भी मिल गया कि क्यों फ़ैसले पर किसी न्यायमूर्ति का दस्तख़त नहीं था. यानी आजतक लोग-बाग सिर्फ़ अंदाज लगा रहे थे कि फ़ैसला किसने लिखा. उसकी भाषा और शैली देखकर कानाफूसी हो रही थी कि

पुतिन की उपलब्धि

रुस के प्रेसिडेन्त व्लादिमीर पुतिन ने सत्ता को संभालते ही रुस के राज्य चेचेन के विद्रोह को दमन किया |रुस से आज़ाद हुवे जार्जिया के प्रान्त अबखाज़िया पर आक्रमण करके क़ब्ज़ा किया सन 2014 मे युक्रेन क्रिमिया पर क़ब्ज़ा किया इन सबके साथ रुस ने पश्चिमी देशो और सलाफ़ी आतंकवादीयो के गठबंधन आई एस आई एस को तबाह और बर्बाद करने मे अहम भुमिका निभाई सिरिया मे अपने अड्डे बनाये अमेरिका और उसके साथी देशो को व्यापार को चुनौती देने के लिए BRICS जैसी संस्था की स्थापना की पूरे विश्व मे अमेरिका विरोधी देशो को एकजुट किया और आपस मे व्यापार करने को प्रोत्साहन दिया वर्तमान मे NORTH KOREA CHINA PAKISTAN INDIA IRAN IRAQ SYRIA LEBNON TURKEY YEMEN LIBYA NIGERIA आदि देशो को आपस में व्यापार के साथ एक बहुत बडा MILITARY ALLIANCE को अमेरिका और उसके साथी देशो के विरुध तैयार कर दिया अमेरिका की HEGEMONY को खत्म करने के लिये DEDOLLARIZATION को करने के लिए BRICS मे एक नई CURRENCY को LAUNCH करने जा रहे हैं विश्व मे इन सब उप्लब्धि के साथ अमेरिका और उसके सहयोगी के द्वारा जो विवाद पैदा किये गये हैं जैसे NORTH KOREA SOUTH KOREA के बीच विवाद, ईरान और अरव के बीच तनाव नोगोर्नो कराबाख पर ARMENIA और AZARBEJAN मे तनाव चीन और भारत मे तनाव इस्राइल और फ़िलिस्तीन मे तनाव ऐसे तमाम विवादो जिनके माध्यम से अमेरिका BRITAIN FRANCE दखलान्दाज़ी करते थे उन सब मुद्दों और विवाद को खत्म कराना आरम्भ कर दिया यहाँ तक कि वो फ़िलिस्तीन के पक्ष मे खुलकर बोल रहे हैं और कह दिया कि फ़िलिस्तीन अपनी एक इंच ज़मीन को इस्राइल को नही देगा इसी तरह नोगोर्नो कराबाख का मुद्दा हल करा दिया इधर चीन और भारत के मुद्दों को हल कराते हुवे चीन को मौका उपलब्ध कराया है कि चीन ताइवान पर हमले कर दे NORTH KOREA के माध्यम से SOUTH KOREA और जापान पर हमले की आशंका बढ़ती जा रही है ईरान और उसके PROXIES के माध्यम से इस्राइल पर नकेल लगा दी LIBYA मे अमेरिका और उसके सहयोगी के नाक मे नकेल डालने के लिए खलीफ़ा हफ़्तार को खड़ा किया अब अमेरिका नही बल्कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशो पर SANCTION लग जायेगा अमेरिका के सहयोगी भी अमेरिका से कतरा रहे हैं क्यों क्योंकि युक्रेन को पूरी दुनिया देख रही है अब अमेरिका का साम्राज्य खत्म होने के कगार पर पहुंच गया जिस तरह WORLD WAR 2 मे BRITISH साम्राज्य नेस्त नाबूद हुवा था उसी तरह WORLD WAR 3 के बाद अमेरिका का विनाश निश्चित है

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